यार कुछ भी कहो मगर ब्रेकअप के बाद
लाइफ़ क्या सही सेटिल हो जाती है
सब एक्सपीरिएंस हो जाता है
डेमो क्लास और मॉक ड्रिल भी हो जाती है
रोज़ रोज़ की क्लास कौन करे
रोज़ रोज़ लेक्चर कौन लगाता है
डेटिंग का टेस्ट पास कर के
फ़िर एग्जाम की तैयारी कौन करे
एक बार टॉप कर के
फ़िर बंदा फे़ल हो जाता है
चीटिंग का कोई चांस नहीं
रिश्तेदारों की पार्टी में
कोई प्रॉक्सी भी नहीं लगवाता है
घर की चारदीवारी से निकल के
बंदा हो या बंदी हो
हो जाए बंदर दोबारा
घर के राजा रानी अब अपन
किंग साइज़ हो या क्वीन साइज़
बिस्तर से लेकर सारा बेडरूम हमारा
ना नहाने धोने की रोक टोक
ना खा़ने पीने का कानून
सोच अपनी शौच अपनी
अपना अधिकार अपना नारा
शादी अगर इंस्टीट्यूट है
तो रिलेशनशिप ट्रेनिंग सेंटर
सिंगलहुड फाइव स्टार आश्रम है
सेल्फ़ लव , भरपूर केयर , इंट्रोस्पेक्शन
इनर कॉलिंग और नए नए एडवेंचर
ब्यूटी पार्लर, मेकओवर
जिम, स्विमिंग, हॉर्स राइडिंग
योगा और मेडिटेशन
हम ही हैं अब अपने रिपब्लिक
हर दम अपनी फ़्रीडम
रात हो जाएं टांगें पसारे
सोएं जी भर के हम
दिन को कोई किच किच नहीं
हर बात पे अपनी सेलिब्रेशन
यादों का टिकट कटा के
करा दिया है इमिग्रेशन
परमानेंट सेटिंग कर ली अपनी
अपने ही संग
चार वर्णों के आश्रम में
ये पांचवा खड़ा है सर्वोत्तम
जैसे गट फी़लिंग के साथ कंपैटिबल हो
बढ़िया सिक्स्थ सेंस
हम हैं सेल्फ़ डिपेंडेंट
ना काहू का भय
ना काहू से पराक्रम
हमको पसंद है अपने साथ अपनी ही कॉम्बिनेशन
दिल टूटा तो बोला
अमी एकला चलो रेे
ज्ञान आवे जब ईगो जावे
फ्ऱस्ट्रेशन के संग
अब हम ही बुद्ध
हम ही कन्हैया
हम ही हैं कंस
हम तो मज़े में हैं जी रहे
जलता है तो जले देख देख संसार
कहें लोग घर बसा लो
हम तो भैया घर में ही रहते हैं
तुम जो बताओ
उसे कहते सैल हैं बाकी हिंदी में कारागार
जेलर तुम गले ना बांधों
टेंडर टिंडर , गृंडर का सब है यहां
नहीं तो सबके सुख दाता जगन्नाथ
रुको रुको सुनते जाओ
हाउसफुल है अपनी कंपनी
बाकी सब तुम्हारी इमैजिनेशन
बाकी मजबूरी की बात न बतियाओ
उसमें नहीं है कोई कनविक्शन
बच्चे वच्चे की चिंता ना करो
नौकरी भी है , आई ॰ वी॰ एफ ॰ भी
और लीगल है अडॉप्शन
नहीं तो सेरोगेसी भी है
और स्पर्म डोनेशन का भी है ऑपशन
तुमको संसारा फिकर घंटा नहीं
तुमको चाहिए बस सेंसेशन
तुम्हारी कॉज़ से हुआ है जो लॉस
उसका कौन भरेगा कंपनसेशन
अब अर्जी फर्जी चिट्ठी ना डालो
ना भेजो एप्लिकेशन
सिस्टम हमारा फुल है
ना वायरस भेजो
ना भेजो बग का टेंशन
तुमने हमेशा पढ़ाई दो दूनी चार
हम एक इक्कम एक हैं
बाकी ज़्यादा गरियाओ ना
सुबक सुबक के घबराओ ना
हम जानते हैं दूने चौगुने लोगों की
इकहरे से सुलग जाती है
तुम्हारी चलती होगी अपने घर
हमारी दौड़ जाती है
इसी बात से बस सब लोगों की
भन्नाती है
यार कुछ भी कहो मगर ब्रेक अप के बाद
लाईफ़ क्या सही सेटिल हो जाती है।
@सौम्या वफ़ा।©
लाइफ़ क्या सही सेटिल हो जाती है
सब एक्सपीरिएंस हो जाता है
डेमो क्लास और मॉक ड्रिल भी हो जाती है
रोज़ रोज़ की क्लास कौन करे
रोज़ रोज़ लेक्चर कौन लगाता है
डेटिंग का टेस्ट पास कर के
फ़िर एग्जाम की तैयारी कौन करे
एक बार टॉप कर के
फ़िर बंदा फे़ल हो जाता है
चीटिंग का कोई चांस नहीं
रिश्तेदारों की पार्टी में
कोई प्रॉक्सी भी नहीं लगवाता है
घर की चारदीवारी से निकल के
बंदा हो या बंदी हो
हो जाए बंदर दोबारा
घर के राजा रानी अब अपन
किंग साइज़ हो या क्वीन साइज़
बिस्तर से लेकर सारा बेडरूम हमारा
ना नहाने धोने की रोक टोक
ना खा़ने पीने का कानून
सोच अपनी शौच अपनी
अपना अधिकार अपना नारा
शादी अगर इंस्टीट्यूट है
तो रिलेशनशिप ट्रेनिंग सेंटर
सिंगलहुड फाइव स्टार आश्रम है
सेल्फ़ लव , भरपूर केयर , इंट्रोस्पेक्शन
इनर कॉलिंग और नए नए एडवेंचर
ब्यूटी पार्लर, मेकओवर
जिम, स्विमिंग, हॉर्स राइडिंग
योगा और मेडिटेशन
हम ही हैं अब अपने रिपब्लिक
हर दम अपनी फ़्रीडम
रात हो जाएं टांगें पसारे
सोएं जी भर के हम
दिन को कोई किच किच नहीं
हर बात पे अपनी सेलिब्रेशन
यादों का टिकट कटा के
करा दिया है इमिग्रेशन
परमानेंट सेटिंग कर ली अपनी
अपने ही संग
चार वर्णों के आश्रम में
ये पांचवा खड़ा है सर्वोत्तम
जैसे गट फी़लिंग के साथ कंपैटिबल हो
बढ़िया सिक्स्थ सेंस
हम हैं सेल्फ़ डिपेंडेंट
ना काहू का भय
ना काहू से पराक्रम
हमको पसंद है अपने साथ अपनी ही कॉम्बिनेशन
दिल टूटा तो बोला
अमी एकला चलो रेे
ज्ञान आवे जब ईगो जावे
फ्ऱस्ट्रेशन के संग
अब हम ही बुद्ध
हम ही कन्हैया
हम ही हैं कंस
हम तो मज़े में हैं जी रहे
जलता है तो जले देख देख संसार
कहें लोग घर बसा लो
हम तो भैया घर में ही रहते हैं
तुम जो बताओ
उसे कहते सैल हैं बाकी हिंदी में कारागार
जेलर तुम गले ना बांधों
टेंडर टिंडर , गृंडर का सब है यहां
नहीं तो सबके सुख दाता जगन्नाथ
रुको रुको सुनते जाओ
हाउसफुल है अपनी कंपनी
बाकी सब तुम्हारी इमैजिनेशन
बाकी मजबूरी की बात न बतियाओ
उसमें नहीं है कोई कनविक्शन
बच्चे वच्चे की चिंता ना करो
नौकरी भी है , आई ॰ वी॰ एफ ॰ भी
और लीगल है अडॉप्शन
नहीं तो सेरोगेसी भी है
और स्पर्म डोनेशन का भी है ऑपशन
तुमको संसारा फिकर घंटा नहीं
तुमको चाहिए बस सेंसेशन
तुम्हारी कॉज़ से हुआ है जो लॉस
उसका कौन भरेगा कंपनसेशन
अब अर्जी फर्जी चिट्ठी ना डालो
ना भेजो एप्लिकेशन
सिस्टम हमारा फुल है
ना वायरस भेजो
ना भेजो बग का टेंशन
तुमने हमेशा पढ़ाई दो दूनी चार
हम एक इक्कम एक हैं
बाकी ज़्यादा गरियाओ ना
सुबक सुबक के घबराओ ना
हम जानते हैं दूने चौगुने लोगों की
इकहरे से सुलग जाती है
तुम्हारी चलती होगी अपने घर
हमारी दौड़ जाती है
इसी बात से बस सब लोगों की
भन्नाती है
यार कुछ भी कहो मगर ब्रेक अप के बाद
लाईफ़ क्या सही सेटिल हो जाती है।
@सौम्या वफ़ा।©
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