दो हाथ हों वो
घुलती चाशनी की सोहबत
लब हों दो खिले गुलों के शर्बत
घुल जाएं तो रंग गुलाबी हो
और स्वाद हो पानी सी मुहब्बत।
सौम्या वफ़ा।©
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